आईटी पेशेवर अब बेंगलुरु छोड़ने और मुंबई के पास नैना सिटी में बसने पर विचार कर रहे हैं।
कर्नाटक में बीजेपी की हार के बाद कांग्रेस सरकार के आने से कई आईटी प्रोजेक्ट्स में रुकावट आई है। यह स्थिति बेंगलुरु के आईटी उद्योग पर गंभीर प्रभाव डाल रही है, जहां कई कंपनियों ने अपने प्रोजेक्ट्स को स्थगित कर दिया है। इसके चलते, आईटी पेशेवर अब बेंगलुरु छोड़ने और मुंबई के पास नैना सिटी में बसने पर विचार कर रहे हैं। नैना सिटी में अंबानी और टाटा जैसे बड़े उद्योगपतियों के प्रोजेक्ट्स के कारण यह क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है और आईटी मार्केट के लिए एक नए केंद्र के रूप में उभर रहा है। बेंगलुरु का आईटी उद्योग, जिसे सिलिकॉन वैली के रूप में जाना जाता है, अब एक नई चुनौती का सामना कर रहा है। नए राजनीतिक हालात और उद्योग की अनिश्चितताएँ कई पेशेवरों को अन्य विकल्पों की ओर मोड़ रही हैं। नैना सिटी में उभरते अवसर और स्थिरता की संभावना लोगों को आकर्षित कर रही है। यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो बेंगलुरु को अपने शीर्ष स्थान को बनाए रखने में कठिनाई हो सकती है, जिससे देश की तकनीकी प्रगति पर भी असर पड़ सकता है।
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